बिहार राज्य किसान सभा की पश्चिम चंपारण जिला काउंसिल के तरफ से आज बेतिया में सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत प्रदर्शन कर सोवा बाबू चौक को जाम किया गया और सैकड़ों किसानों को अंचलाधिकारी बेतिया और टाउन थाना निरीक्षक के नेतृत्व में गिरफ्तार कर राज देवढी कैम्प जेल लाया गया, जहां सूची तैयार कर छोड़ दिया गया । इस अवसर पर बिहार राज्य किसान सभा के नेताओं ने कहा की केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी 3 काला कानून को वापस करने, एमएसपी को केंद्र सरकार कानूनी दर्जा देने, जिले के सभी किसानों के गेहूं को 1975 रुपए प्रति क्विंटल के दर पर खरीदने की गारंटी करने, बिहार में भूमि सुधार कानून के तहत पर्चा प्राप्त पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने, गन्ना का दाम 4 सौ रूपये प्रति क्विंटल करने तथा किसानों के बकाए पैसे का भुगतान शीघ्र करने के लिए यह सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाया जा रहा है.
बिहार की नीतीश सरकार भी मोदी सरकार की तरह ही किसान विरोधी नीतियों पर चल रही है । कृषि संबंधित औजारों से सब्सिडी हटा लिया है । खाद बीज के भी सब्सिडी में कटौती भारी कटौती हुई है । कमजोर वर्ग के भूमिहीनों को प्राप्त पर्चा वाली जमीन पर कब्जा नहीं दिया जा रहा है. पॉश मशीन पर अंगूठे का निशान नहीं आने पर गरीब राशन से वंचित हो रहे हैं । लेकिन सरकार मौन बैठी है.
बिहार में अपराध चरम सीमा पर है ।हत्या और लूट रोज हो रहे हैं । अब तो सत्ता संरक्षित मधुबनी के महमदपुर जैसी नरसंहार भी हो रहा है । जनप्रतिनिधि से मंत्री तक सभी लूटने में लगे हुए हैं ये सभी सुशासन बाबू के ही लोग हैं.
नेताओं ने कहा की जबतक यह समाप्त नहीं होता, तबतक आन्दोलन चलता रहेगा । सविनय अवज्ञा आंदोलन में बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव, एटक के राज्य नेता ओमप्रकाश क्रांति, किसान सभा के पश्चिम चम्पारण जिला अध्यक्ष रामा यादव, मंत्री चांदसी प्रसाद यादव, किसान सभा बलिराम भवन के अध्यक्ष राधामोहन यादव, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता, नौजवान सभा के जिला सचिव म. हनीफ, हरेंद्र प्रसाद, शंकर कुमार राव, सुनील यादव, हेमंत साह, शिवनाथ राय, राजू बैठा, भोला गुप्ता, जयलाल शर्मा, अब्बास मियां, मनौवर अंसारी सहित सैकड़ों किसानों ने गिरफ्तारी दी।
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