कोविड-19 अस्पताल चल रहा नर्सो के भरोसे, डाक्टरों की हो तैनाती- विधायक | कोरोना कि भयावह स्थिति को देखते हुए जिले में ही आक्सीजन की हो उत्पादन
होम कोरटाइन के मरीजों को 24 घंटे टेली मेडिसिन (अस्पताल) की हो व्यवस्था
सांसद कि मिटिंग में खुली गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की पोल, 62 वेंटिलेटर में 57 हैं खराब
कोरोना महामारी का जो विस्फोट हुआ है, पुरा देश चिंतिंत है, ऐसी स्थिति में बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (कोविड-19 अस्पताल) नर्सों के भरोसे चल रहा है, चिंता जाहिर करते हुए भाकपा माले केंद्रीय कमेटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कही, आगे कहा कि होम कोरोंटाइन मरीजों को 24 घंटे टेली ममेडिसि (अस्पताल) की व्यवस्था होना चाहिए था, मगर होम कोविंड मरीज राम भरोसे है, कोई पुछने वाला नहीं है, कोरोना संक्रमण कि दुसरी लहर ने आक्सीजन की किल्लत ने हजारों- हजार नागरिकों की जान जा चुकीं है, एक - एक मृत्यु कि तस्वीर बिचलित करने वाली आ रही हैं, बिहार सरकार से निवेदन के साथ कहना है कि कोरोना कि भयावह स्थिति जो लम्बे समय तक बना रह सकता हैं को देखते हुए पश्चिम चंपारण जिले में ही आक्सीजन की उत्पादन ईकाई तत्काल स्थापित किया जाए, ताकि दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, पटना आदि अस्पतालों जैसे दिन न देखने को न मिले.
केन्द्र व राज्य सरकार कोविड से निपटने में नाकाम रही है, जिसक खुल्लासा स्वयं भाजपा सांसद संजय जयसवाल कि समिक्षा मिटिंग में खुल कर सामने आया, बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में 62 वेंटिलेटर मशीन में से 57 हैं खराब है, जो तीन वेंटिलेटर मशीन है उसे भी संचालित करने वाले डाक्टर नहीं है, इससे आप समझ सकते हैं केंद्र की सरकार हो या बिहार सरकार कोरोना महामारी को प्रति कितनी गंभीर है, आम नागरिकों की स्वास्थ्य की लेकर कितनी चिंतित है, यह पिछले समय से लेकर कोरोना महामारी कि दुसरी लहर के इस संकट के दौर में खुलकर सामने आ रही है, यह दोनों सरकारें जनता के जीवन- जीविका के साथ खिलवाड़ करने वाली सरकार साबित हो रही है.
MLA वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें